Posts

Showing posts from August, 2017

गुनगुनाते ख़्यालों से तुम

Image
गुनगुना रही थी ख़्यालों में, तुम बूंद बूँद टपक रहे थे यादों से, छन कर मेरी मुस्कुराहटों में आ गिरे तुम, और अब हल्के हल्के गुनगुना रही हूँ तुम्हे।।